आई हम बहुत खुश छी किआक त आब हमरा पूरा मौका भेटत आहां सब के बारे में जानैक ।
अहां इ सोचैत हैब की हम की कही रहल छी ।ई सत्य अछी आब हम सम मिल के आपन मिथिला के नव जीवन प्रदान करब।पुरान आ नव पीढी कॆ बीच जॆ खाई जॆ उत्पन्न भ गॆल या ऒकरा मिटाबै कॆ कॊशिश करब . आ ई तखने टा सम्भब हैत जखन आहां सब अपन बहुमूल्य बीचार से सब के अबगत करेबैं।
सोमवार, 21 जुलाई 2008
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